आपको बता दें कि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी सबसे सुरक्षित और दर्द रहित सर्जिकल प्रक्रिया है। इससे ऑपरेशन के बाद मरीज को ज्यादा तकलीफ नहीं होती है और ऑपरेशन के बाद रिकवरी भी जल्दी होती है। वास्तव में, इसे डे-केयर सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें मरीज ऑपरेशन के 24 घंटों के भीतर चल सकता है और अपना काम कुशलता से कर सकता है। दरअसल लेप्रोस्कोपिक के जरिए हर्निया की सर्जरी भी की जा सकती है। हर्निया के इलाज से पहले डॉक्टर मरीज की जीवनशैली में बदलाव करते हैं और दवा के जरिए इसे ठीक करने की कोशिश करते हैं। अगर इससे मरीज को आराम नहीं मिलता है तो डॉक्टर सर्जरी कर लेते हैं। See More: जानिए दिल्ली में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से हर्निया का इलाज कैसे होता है?