अंडाशय महिला शरीर में प्रजनन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। दरअसल, ओवेरियन सिस्ट एक तरह के तरल पदार्थ से भरे छोटे-छोटे छाले या गांठ होते हैं, जो अंडाशय के अंदर बनने लगते हैं। ज्यादातर मामलों में जब तक यह गांठ बड़ी नहीं हो जाती तब तक इस गांठ के कोई लक्षण नजर नहीं आते और न ही दर्द होता है। ये ओवेरियन सिस्ट कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक बने रहते हैं। फिर यह अपने आप बढ़ने लगता है। महिलाओं में यह मुख्यतः तीन प्रकार का होता है। ओवेरियन सिस्ट के प्रकार कितने होते हैं? कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट अंडा निकलने के बाद फॉलिकल सैक अपने आप गायब हो जाता है। लेकिन अगर थैली अपने आप गायब नहीं होती है, तो इसके अंदर एक और तरल पदार्थ बनना शुरू हो जाता है और इसे कॉर्पस ल्यूटियम कहा जाता है। फॉलिकल सिस्ट महिला के मासिक धर्म चक्र के दौरान, एक थैली में एक अंडा बनना शुरू हो जाता है, जिसे फॉलिकल कहा जाता है। हर महीने यह थैली फट जाती है और अंडा निकल जाता है। लेकिन यह फटता नहीं है, तो अंडाशय के अंदर एक सिस्ट बन जाता है। पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम पीसीओएस महिलाओं में होने वाली एक आम स्वास्थ्य समस्या है। अगर इस ...